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शादी मे फेरे लेने से ठीक पहले भाग गयी दुल्हन, तो दूल्हे ने रख दी ऐसी चौंकाने वाली मांग

हेरहंज प्रखंड के नवादा गांव के निवासी स्वर्गीय बनवारी उरांव व हीरामणि कुंवर के तीसरे पुत्र जोगेंद्र उरांव और लातेहार के तरवाडीह गांव के निवासी सीताराम उरांव व शलमुनी देवी की पहली पुत्री सुषमा कुमारी की शादी दोनों परिवारों के परिजनों द्वारा 6 मार्च को तय की गई थी। शादी की तारीख के अनुसार दूल्हा जोगेंद्र उरांव दुल्हन सुषमा के घर अपनी बारात लेकर आ पहुंचा। दूल्हा पूरे जोश में बैंड-बाजों के साथ दुल्हन के घर आया था। इसके बाद घर के बाहर बारात द्वारा काफी समय तक डांस किया गया। इसके बाद दूल्हे के परिजनों को पता चला कि दुल्हन घर से गायब है, तो उन्हें जोर का झटका-सा लग गया। यह सुनकर सभी बारातियों के होश उड़ गए और सभी लोगों के मन में बस एक ही सवाल था, आखिर दुल्हन गई कहां?
जब दूल्हे के परिजनों द्वारा दुल्हन की मां शालूमनी देवी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें खुद नहीं पता कि उनकी बेटी कहां चली गई है, यहां तक की दुल्हन के पिता की भी कोई खबर नहीं थी। वह भी कहीं गायब थे। वो कहने लगी कि लगी कि मेरी समझ में कुछ भी नहीं आ रहा है कि अब क्या किया जाए और क्या नहीं।
दुल्हन के गायब होने की खबर सुनकर सभी लोगों के चेहरे उतरे हुए थे और रात-भर सभी लोगों ने दुल्हन के आने का इंतजार किया और कुछ लोगों ने दुल्हन को ढूंढने का भी प्रयास किया। लेकिन दुल्हन का कुछ भी पता नहीं चला। दुल्हन के भाग जाने के बाद शर्म के मारे उसके पिता भी घर से गायब हो गए थे। अब घर में सिर्फ दुल्हन की मां और उसकी छोटी बेटी मौजूद थे।
शादी में आए बाराती और वहां उपस्थित स्थानीय लोगों के द्वारा काफी देर तक विचार-विमर्श किया गया और इसके बाद लोगों ने बारातियों के पक्ष में फैसला करते हुए दुल्हन की मां शालूमनी देवी से उनकी छोटी बेटी का ब्याह दूल्हे के साथ करके उसे विदा करने को कहा। लेकिन स्थानीय लोगों का यह फैसला दुल्हन की मां को बिल्कुल भी रास नहीं आया। जिसके बाद इस मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी गई।
दूल्हे के चाचा के अनुसार दोनों परिवारों की सहमति पर 6 मार्च को बारात लाई गई और उनकी तरफ से किसी भी प्रकार का दहेज भी नहीं मांगा गया था। इसके बावजूद भी दुल्हन बारात के आने से पहले ही गायब हो गई। एक तरफ बेईज्जती तो हुई ही थी और दूसरी तरफ शादी की तैयारियों में डेढ़ लाख का खर्चा हो गया था। दूल्हे के परिजनों ने समझौता करने के लिए कहा कि या तो आप हमें शादी में खर्च हुई रकम लौटा दो या अपनी छोटी बेटी से दूल्हे की शादी करवा कर विदा कर दो। इस पर दुल्हन की मां बिल्कुल भी राजी नहीं थी।